अटल नगर नवा रायपुर को रेल मार्ग से जोड़ने के लिए रेल मंत्रालय ने रायपुर धमतरी नैरो गेज लाइन को ब्रॉडगेज में बदलने की सहमति प्रदान कर दी है अटल नगर में छत्तीसगढ़ निर्माण अकादमी की स्थापना की जाएगी अटल नगर परियोजना के ग्राम तूता में लगभग 100 एकड़ भूमि में उद्योग विभाग द्वारा नई दिल्ली के प्रगति मैदान की तर्ज पर व्यापार केंद्र की स्थापना की जा रही है परिसर आजाद भारत के प्रथम उद्योग मंत्री स्वर्गीय पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर रखा गया है
छत्तीसगढ़ लोक सेवा गारंटी अधिनियम 2011
छत्तीसगढ़ लोक सेवा गारंटी अधिनियम 2011 छत्तीसगढ़ लोक सेवा गारंटी अधिनियम 12 दिसंबर 2011 को प्रदेश में लागू हो चुका है
इंदिरा कला एवं संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ जिला राजनांदगांव
इंदिरा कला एवं संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ जिला राजनांदगांव राजनांदगांव जिले के खैरागढ़ में 14 अक्टूबर 1956 को इस विश्वविद्यालय की स्थापना खैरागढ़ के राजा वीरेंद्र बहादुर सिंह ने अपनी प्रेमी पुत्री इंदिरा के नाम पर की थी यह विश्वविद्यालय राजा वीरेंद्र बहादुर एवं रानी पद्मावती के महल में स्थित है यहां संगीत और ललित कलाओं की शिक्षा दी जाती है यह भारत ही नहीं संपूर्ण एशिया में एकमात्र संगीत विश्वविद्यालय हैं इंदिरा कला एवं संगीत विश्वविद्यालय छत्तीसगढ़ राज्य का पहला विश्वविद्यालय है
छत्तीसगढ़ कामधेनू विश्वविद्यालय
छत्तीसगढ़ कामधेनू विश्वविद्यालय इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर से पृथक होकर छत्तीसगढ़ कामधेनू विश्वविद्यालय की स्थापना अप्रैल 2012 में पशु चिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय अंजोरा परिसर में की गई इसके अंतर्गत तीन संकाय क्रमश: पशु चिकित्सा पशु पालन संकाय दुग्ध विज्ञान एवं खाद्य प्रौद्योगिकी संकाय तथा मत्स्य की संकाय आते हैं
सरस्वती योजना
सरस्वती योजना यह योजना राज्य के हाई स्कूल में प्रवेश लेकर अध्ययनरत अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजातियों के एवं अन्य वर्गों की बीपीएल परिवार की बालिकाओं को निशुल्क साइकिल प्रदान करने की योजना है
छत्तीसगढ़ सूचना शक्ति योजना
छत्तीसगढ़ सूचना शक्ति योजना पुराना नाम इंदिरा सूचना शक्ति योजना प्रदेश में कंप्यूटर शिक्षा को बढ़ावा देने एवं दूरस्थ अंचलों की छात्राओं को निशुल्क कंप्यूटर शिक्षा देने हेतु यह योजना लागू की गई इसके तहत बालिकाओं को एनआईआईटी द्वारा कंप्यूटर प्रशिक्षण इस हेतु प्रदेश के 16 जिलों में जिला कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना की गई
दंडकारण्य का पठार
दंडकारण्य पठार छत्तीसगढ़ मैदान के दक्षिणी पठार या दंडकारण्य का पठार स्थित है इस पठार की औसत ऊंचाई 600 मीटर के लगभग है दक्षिण के पठार में कांकेर बस्तर और दंतेवाड़ा जिले आते हैं यह चित्र पठार पहाड़ी युक्त है उत्तरी पठारी भाग में बस्तर कुंडा गांव एवं कांकेर जिले के क्षेत्र आते हैं इंद्रावती के दक्षिण का भाग पठारी है जो बस्तर जिले के शेष भाग एवं दंतेवाड़ा जिले के दंतेवाड़ा एवं बीजापुर तहसील क्षेत्र में विस्तृत है इस क्षेत्र में स्थित बैलाडीला की पहाड़ियां अपने लौह अयस्क हेतु प्रसिद्ध है यहां का लोहा जापान देश को जाता है
छत्तीसगढ़ की जलवायु
छत्तीसगढ़ की जलवायु छत्तीसगढ़ भारत के मध्य में स्थित है यह उष्णकटिबंधीय मानसूनी जलवायु वाला प्रदेश है कर्क रेखा छत्तीसगढ़ प्रदेश के लगभग मध्य से बलरामपुर सूरजपुर एवं कोरिया जिले से होकर जाती है क्योंकि कर्क रेखा में स्थित होने के कारण या गर्म प्रदेश है समुद्र से दूर होने के कारण छत्तीसगढ़ समुद्र के समकारी प्रभाव से वंचित है तीन मुख्य रूप से हैं ग्रीष्म ऋतु शीत ऋतु वर्षा ऋतु छत्तीसगढ़ में वर्षा छत्तीसगढ़ में वर्षा की प्रकृति मानसूनी है छत्तीसगढ़ में वर्षा ऋतु गर्म एवं आद्र होती है लगभग 90% वर्षा यहां दक्षिण पश्चिमी मानसून हवाओं के द्वारा होती है इस क्षेत्र में मानसून 10 से 15 जून के मध्य पहुंचता है तथा जुलाई एवं अगस्त माह में सर्वाधिक वर्षा होती है नारायणपुर जिले का अबूझमाड़ प्रदेश का सर्वाधिक वर्षा वाला क्षेत्र है
सिंचाई
सिंचाई वर्ष 2000 में छत्तीसगढ़ राज्य में शासकीय स्रोतों से 13.2 8 लाख हेक्टेयर मैं सिंचाई क्षेत्र निर्मित हुआ था जो कुल बॉय गए क्षेत्र का 23% था राज्य गठन के पश्चात राष्ट्रीय औसत 48.90% के समकक्ष लाने के लिए शासन द्वारा प्रदेश में जल संसाधनों के विकास एवं सिंचाई क्षमता बढ़ाने के प्रयासों के सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है प्रदेश में दिसंबर 2018 तक कुल 21.02 लाख एक्टिवा सिंचाई क्षमता सृजित की जा चुकी है जो कि कुल बोया गया क्षेत्र का 36 दशमलव 8:00 8% है कृषि छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था कृषि प्रधान है छत्तीसगढ़ के लगभग 80% जनसंख्या कृषि एवं कृषि आधारित उद्योग धंधों पर आश्रित हैं
कृषि
छत्तीसगढ़ की कुल भूमि के लगभग 51.6% भाग में कृषि कार्य किया जाता है प्रदेश के 38.46 लाख कृषक परिवारों में से 76% लघु एवं सीमांत श्रेणी में आते हैं वर्तमान में प्रदेश में सभी स्रोतों से लगभग 37% क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध है जिसमें से सर्वाधिक सिंचाई नहरों के माध्यम से होती है छत्तीसगढ़ का मुख्य फसल धान है धान भोले क्षेत्र में काम छत्तीसगढ़ का मैदान को धान का कटोरा कहा जाता है कर्क रेखा छत्तीसगढ़ प्रदेश के लगभग मध्य से बलरामपुर सूरजपुर एवं कोरिया जिले से होकर जाती है