- छत्तीसगढ़ में आधुनिक काल के हिंदी साहित्यकार
- अट्ठारह सौ सत्तावन की क्रांति और भारतेंदु हरिश्चंद्र के अभ्युदय के साथ साहित्य क्षेत्र में राष्ट्रीयता की भावना भी मुखर होने लगी।
- जगन्नाथ प्रसाद भानु इस युग के प्रतिभावान कवि हुए उन्होंने छंद रामचरितमानस तथा ज्योतिष संबंधी अनेक किताबें लिखी चंद प्रभाकर काव्य प्रभाकर काव्य अलंकार छंद, सरावली, रस रत्नाकर तुलसी तत्व प्रकाश तुलसी भाव प्रकाश काल विज्ञान क्या है कॉल प्रबोध अंक विलास आदि उपरोक्त विषयों पर लिखे महत्वपूर्ण किताबों के अतिरिक्त उन्होंने जय हरि चालीसा और तुम ही तो हो नामक भक्ति काव्य लिखें।
- सुकलाल प्रसाद पांडे ने शेक्सपियर के अंग्रेजी नाटक कॉमेडी आफ एरर्स का भूल भुलैया शीर्षक से हिंदी अनुवाद किया था वे छत्तीसगढ़ी के भी अच्छे कवि थे इसी समय बिसाहू राम मिश्रा ने कृष्णायन महाकाव्य रचा जबकि शिवायन के रचनाकार नरसिंह दास अंधे थे पर छत्तीसगढ़ी के श्रेष्ठ कवि थे।
- पंडित लोचन प्रसाद पांडे मुकुटधर पांडे पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी पंडित सुंदरलाल शर्मा डॉ बलदेव प्रसाद मिश्र राजा चक्रधर सिंह आदि अनेक विभूतियां इसी युग की देन है।
- पंडित लोचन प्रसाद के अनुज मुकुटधर पांडे भी अखिल भारतीय ख्याति के रचनाकार हुए अपनी रचना कुररी के प्रति से वे हिंदी साहित्य में छायावाद के जनक माने जाते हैं पांडे परिवार में अधिकांश सदस्य उच्च कोटि के रचनाकार हुए पूरा परिवार साहित्यमय रहा।
- पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी की ख्याति कथाकार निबंधकार के रूप में थी उन्होंने कविताएं भी लिखी।
- पंडित सुंदरलाल शर्मा ने महात्मा गांधी से पहले ही अछूतों द्वार का कार्य प्रारंभ कर दिया था जिनके कारण गांधी जी ने भरी सभा में उन्हें अपना गुरु कहा था शर्मा जी को सर्वाधिक ख्याति छत्तीसगढ़ी दानलीला काव्य के कारण मिली छत्तीसगढ़ के गांव-गांव में इस रचना का प्रकाश फैला।
छत्तीसगढ़ की प्रमुख साहित्यिक संस्थाएं, स्थान
छत्तीसगढ़ की प्रमुख साहित्यिक संस्थाएं | स्थान |
छत्तीसगढ़ी राजभाषा आयोग | रायपुर |
श्री पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी सृजनपीठ | भिलाई |
छत्तीसगढ़ साहित्य समिति | रायपुर |
प्रदेश हिंदी साहित्य सम्मेलन | रायपुर |
छत्तीसगढ़ हिंदी साहित्य परिषद | रायपुर |
भारतेंदु साहित्य समिति | बिलासपुर |
गुरु घासीदास साहित्य एवं संस्कृति अकादमी | रायपुर |
वातायन साहित्य एवं विचार मंत्र | दुर्ग |
साकेत साहित्य परिषद | राजनांदगांव |
छत्तीसगढ़ के प्रमुख साहित्यकार प्रमुख कृति
छत्तीसगढ़ के प्रमुख साहित्यकार | प्रमुख कृति |
गोपाल मिश्र | खूब तमाशा ,सुदामा चरित ,भक्ति चिंतामणि |
माखन मिश्र | छंद विलास नामक, पिंगल ग्रंथ |
रेवाराम बाबू | रामायण, दीपिका, ब्राम्हण स्रोत, गंगा लहरी, विक्रम विलास, रत्न परीक्षा ,दोहावली, माता के भजन आदि |
प्रहलाद दुबे | जय चंद्रिका |
लक्ष्मण कवि | भोंसला वंश ,प्रशस्ति |
दयाशंकर शुक्ल | छत्तीसगढ़ी लोक साहित्य का अध्ययन |
लोचन प्रसाद पांडे | मृगी ,दुख मोचन ,कौशल प्रशस्ति |
पंडित सुंदरलाल शर्मा | छत्तीसगढ़ी दान लीला |
कोदूराम दलित | सियानी गोठ, हमारा देश, कनवा समधी |
माधव राव सप्रे | रामचरित्र, एकनाथ चरित्र |
बलदेव प्रसाद मिश्र | छत्तीसगढ़ परिचय |
पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी | झलमला |
डॉक्टर पालेश्वर शर्मा | सूसक झन कुररी, सूरता ले, सांसो की दस्तक आदि |
हरि ठाकुर | सुरता के चंदन |
श्यामलाल चतुर्वेदी | राम वनवास पर भर लाई |