- स्वपनों के अध्ययन को औनीरोलॉजी कहते हैं।
मनुष्य के सौंदर्य के अध्ययन को कैलोलॉजी कहते हैं।
जीवन की उत्पत्ति के समय ऑक्सीजन नहीं था।
शरीर में सबसे ग्रेड मजबूत तत्व दातों का एनामेल होता है।
मनुष्य में लिंग निर्धारण पुरुष के क्रोमोसोम पर निर्भर होता है, ना कि स्त्रियों के क्रोमोसोम से।
सबसे तेज तंत्रिका आवेग 532 किलोमीट/ घंटा होती है।
मनुष्य के फेफड़े का अंतरिक्ष क्षेत्र क्षेत्रफल 93 वर्ग मीटर होता है, जो कि शरीर के बाहर क्षेत्रफल का 40 गुना होता है।- हड्डियां कंक्रीट जैसी मजबूत और ग्रेनाइट जैसी कठोर होती है।
शरीर के भीतर प्रति सेकंड लगभग 150 लाख कोशिकाएं नष्ट होती है।
स्त्री के गर्भाशय का भार जिसने कभी संतान जन्म न दिया हो 50 ग्राम का होता है तथा संतान को जन्म देने के बाद इसके गर्भाशय का भार 100 हो जाता है।
गुर्दे का भार लगभग 140 ग्राम होता है।
एक बार सांस अंदर लेने में सामान्य वयस्क लगभग 500 मिलीलीटर हवा ले जाता है।
हृदय में रक्त पंप करने की क्षमता 4.5 लीटर प्रति मिनट होती है।
छोटी आत लगभग 7 मीटर होती है तथा उसका व्यास 2.5 सेंटीमीटर होता है।
शरीर के भीतर रक्त परिभ्रमण में लगभग 23 सेकंड का समय लगता है।
पेनिसिलिन नामक प्रतीजैविक पेनिसिलियम नामक कवक से प्राप्त किया जाता है।
मनुष्य संसार का सबसे बुद्धिमान होमीनिड है।
एल्बाट्रांस सबसे बड़ा समुद्री पक्षी है जिसके पंख फैला 10 -12 फीट तक है।
मनुष्य के शरीर में लगभग 50 लाख बाल होते हैं।
प्लेसेंटा बनने के आरंभ के समय एच.सी.जी. हार्मोन काफी मात्रा में स्रावित होकर मूत्र में उत्सर्जित होने लगता है।
बच्चे की ह्रदय की धड़कन वयस्क व्यक्ति से ज्यादा होती है।
एक बार सांस लेने की क्रिया 5 सेकंड में अर्थात 2 सेकंड के नीस्वसन तथा 3 सेकंड के उच्चस्वसन मे पूरी होती है।
मनुष्य के शरीर में रुधिर प्रतिदिन लगभग 350 लीटर ऑक्सीजन शरीर की कोशिकाओं तक पहुंचाता है। इसमें 97% ऑक्सीजन हीमोग्लोबिन द्वारा ले जाया जाता है