छत्तीसगढ़ की प्रमुख गुफाएं
रामगिरी/ रामगढ़ गुफाएं:-सरगुजा जिले के रामगिरी में सीता बेंगरा तथा जोगीमारा नामक दो गुफाएं हैं देवदासी सूतनुका के प्रेमी काशी के देवदिन नामक रूप दक्ष कलाकार ने अपने प्रेम को राम गिरी पर्वत की नाट्यशाला में अंकित किया है माना जाता है कि इन्हीं पहाड़ियों पर कालिदास ने मेघदूत की रचना की थी यह पहाड़ी महाकवि कालिदास के यक्ष की विरह स्थली कही जाती है कालिदास रचित मेघदूत में रामगिरी का उल्लेख है।
सीता बेंगरा गुफा:-विश्व की प्राचीनतम नाट्यशाला रामगिरि की सीताबेंगरा गुफा में निर्मित है त्रेतायुग में बनवास के दौरान राम, लक्ष्मण,सीता यहाँ रुके थे जिससे इस गुफा का नाम सीताबेंगरा पड़ा।
जोगीमारा गुफा:-सरगुजा जिले के रामगढ़ पर्वत पर सीता बेंगरा गुफा के निकट जोगीमारा गुफा स्थित है इसमें बने यक्ष किन्नर एवं देवी-देवताओं के चित्र अजंता गुफाओं के समकालीन हैं इन गुफाओं में पाली भाषा में शिलालेख भी खोदे हैं।
कबरा गुफा:-रायगढ़ जिले में स्थित है यहां पूर्व पाषाण कालीन मानव द्वारा रंगीन चित्रकारी की गई है छत्तीसगढ़ में प्राचीनतम मानव निवास के प्रमाण रायगढ़ के पहाड़ से प्राप्त हुए हैं।
सिंघनपुर की गुफा:-रायगढ़ जिले में स्थित रायगढ़ और खरसिया के बीच भूपदेवपुर स्टेशन के पास प्रागैतिहासिक काल के गुफाएं हैं यहां से पाषाण कालीन अवशेष तथा छत्तीसगढ़ में प्राचीनतम मानव निवास के प्रमाण तथा शैलचित्र प्राप्त हुए हैं।
कुटुमसर गुफा:-बस्तर जिले में स्थित कुटुमसर गुफा भूगर्भित गुफा है यह कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में है इस गुफा के खोजकर्ता प्रोफेसर शंकर तिवारी है यह भारत की सबसे गहरी गुफा है अमेरिका स्थित विश्व की सर्वाधिक लंबी गुफा से इसकी तुलना की जाती है कुटुमसर गुफा में क्या है स्टेलेगमाइट, और स्टैलेक्टाइट से निर्मित आकृतियां दर्शनीय हैं यहां रंग बिरंगी एवं अंधी मछलियों का निवास है यहां प्राप्त लंबी मूछ वाले झींगुर की एक प्रजाति को डॉ शंकर तिवारी के नाम पर कैपी ओला शंकराई नाम दिया गया बस्तर में ही कैलाश गुफा में भी कुटुमसर के समान स्टेलेगमाइट और स्टैलेक्टाइट की आकृतियां है।
अमर गुफा:- खरसिया के समीप स्थित पशु आकृतियां मानव आकृतियां आखेट दृश्य का अंकन।
कैलाश गुफा:-जशपुर जिला में बगीचा बतौली मार्ग पर ग्राम गायबुड़ा के निकट कैलाश गुफा स्थित है जोकि रामेश्वर गुरु गहिरा बाबा आश्रम के नाम से विख्यात है संत गहिरा गुरु जी ने पहाड़ी चट्टानों को तराश कर गुफा बनवाया है पास ही गंगा झरना स्थित है।
आरा पहाड़ की गुफाएं:-अंबिकापुर से रामानुजगंज सड़क पर राजपुर में स्थित पहाड़ी श्रृंखला में बड़ी बड़ी प्राकृतिक गुफाएं विद्यमान हैं।
छत्तीसगढ़ की प्रमुख गुफाएं ,विशेषतायें
छत्तीसगढ़ की प्रमुख गुफाएं | विशेषतायें |
रामगिरी/ रामगढ़ गुफाएं | इन्हीं पहाड़ियों पर कालिदास ने मेघदूत की रचना की थी यह पहाड़ी महाकवि कालिदास के यक्ष की विरह स्थली कही जाती है कालिदास रचित मेघदूत में रामगिरी का उल्लेख है |
सीता बेंगरा गुफा | विश्व की प्राचीनतम नाट्यशाला रामगिरि की सीताबेंगरा गुफा में निर्मित है त्रेतायुग में बनवास के दौरान राम, लक्ष्मण,सीता यहाँ रुके थे जिससे इस गुफा का नाम सीताबेंगरा पड़ा |
जोगीमारा गुफा | इसमें बने यक्ष, किन्नर एवं देवी-देवताओं के चित्र अजंता गुफाओं के समकालीन हैं इन गुफाओं में पाली भाषा में शिलालेख भी खोदे हैं |
कबरा गुफा | रायगढ़ जिले में स्थित है यहां पूर्व पाषाण कालीन मानव द्वारा रंगीन चित्रकारी की गई है छत्तीसगढ़ में प्राचीनतम मानव निवास के प्रमाण रायगढ़ के पहाड़ से प्राप्त हुए हैं |
सिंघनपुर की गुफा | यहां से पाषाण कालीन अवशेष तथा छत्तीसगढ़ में प्राचीनतम मानव निवास के प्रमाण तथा शैलचित्र प्राप्त हुए हैं |
कुटुमसर गुफा | यह भारत की सबसे गहरी गुफा है अमेरिका स्थित विश्व की सर्वाधिक लंबी गुफा से इसकी तुलना की जाती है कुटुमसर गुफा में स्टेलेगमाइट, और स्टैलेक्टाइट से निर्मित आकृतियां दर्शनीय हैं यहां रंग बिरंगी एवं अंधी मछलियों का निवास है यहां प्राप्त लंबी मूछ वाले झींगुर की एक प्रजाति है |
अमर गुफा | पशु आकृतियां मानव आकृतियां आखेट दृश्य का अंकन |
कैलाश गुफा | संत गहिरा गुरु जी ने पहाड़ी चट्टानों को तराश कर गुफा बनवाया है |
आरा पहाड़ की गुफाएं | इस पहाड़ी श्रृंखला में बड़ी बड़ी प्राकृतिक गुफाएं विद्यमान हैं |