छत्तीसगढ़ का मैदान इसका विस्तार,विभाजित क्षेत्र, तथा मुख्य विशेषताओं का विस्तार पूर्वक वर्णन

छत्तीसगढ़ का मैदान छत्तीसगढ़ का मैदान राज्यों का हृदय प्रदेश है इसे धान का कटोरा भी कहा जाता है छत्तीसगढ़ का मैदान उत्तर में सरगुजा रायगढ़ के पठार दक्षिण में बस्तर के पठार एवं पश्चिम में मैकल श्रेणी के मध्य स्थित है चारों ओर ऊंची भूमि से घिरा छत्तीसगढ़ का पंखाकार मैदान लगभग 26680 वर्ग किलोमीटर में विस्तृत है इस मैदानी क्षेत्र का निर्माण मुख्यतः कडप्पा चट्टानों के अपरदन के फल स्वरुप हुआ है इस क्षेत्र के ऊंचाई 150 से 400 मीटर तक है छत्तीसगढ़ के मैदान का विस्तार बिलासपुर रायगढ़ कोरबा जांजगीर राजनांदगांव दुर्ग धमतरी रायपुर एवं महासमुंद जिले तक है

  • छत्तीसगढ़ के मैदान को दो भागों में विभाजित किया जा सकता है
  • उत्तरी क्षेत्र:- इस क्षेत्र का विस्तार मुख्यता बिलासपुर जांजगीर एवं रायगढ़ जिले में है बिलासपुर, रायगढ़ का मैदान हसदो, मांड मैदान पार क्षेत्र आदि इसके उप क्षेत्र हैं  हसदो,अरपा,मांड,आगर,केलो  एवं मनियारी  क्षेत्र के प्रमुख नदियां हैं
  • दक्षिणी क्षेत्र:- छत्तीसगढ़ के मैदान का दक्षिणी भाग मुख्यता महानदी एवं शिवनाथ नदी के अपवाह क्षेत्र के अंतर्गत आता है यह मैदान रायपुर बलौदाबाजार ,महासमुंद ,धमतरी, दुर्ग ,बालोद, बेमेतरा एवं राजनांदगांव जिले में विस्तृत है दक्षिणी मैदान के उपक्षेत्र शिवनाथ पार मैदान राजनांदगांव, कवर्धा जिला महानदी शिवनाथ दोअब ,  रायपुर, बलौदाबाजार ,बेमेतरा एवं दुर्ग जिला महानदी पार क्षेत्र रायपुर जिला एवं पूर्वी महासमुंद जिला एवं रायपुर दुर्ग का मैदान है
  • रायपुर उच्चा  प्रदेश धमतरी, महासमुंद उच्च भूमि दुर्ग उच्च भूमि भी इसी मैदान के हिस्से हैं
  • इस क्षेत्र को निम्नलिखित उप भागों में बांटा जा सकता है
  • पेंड्रा लोरमी का पठार:- इस क्षेत्र में पलमा चोटी 1080 मीटर है एवं लाफ़ागढ़ 1048 मीटर प्राप्त होता है
  • कोरबा बेसिन
  • रायगढ़ बेसिन
  • बिलासपुर रायगढ़ का मैदान यहां जांजगीर-चांपा जिले में अकलतरा के निकट स्थित दलहा पहाड़ 700 से 750 मीटर ऊंचा है
  • दुर्ग रायपुर का मैदान उदयपुर की पहाड़ियां इसकी ऊंचाई 600 मीटर से 900 मीटर है
  • मैकल श्रेणी:- राज्य के मध्य पश्चिम सीमा में यह डोंगरगढ़, खैरागढ़, कवर्धा, पंडरिया, लोरमी तथा पेंड्रा तहसीलों के पश्चिम हिस्सों में विस्तृत है इसकी औसत ऊंचाई 700 से 900 मीटर है इसका सबसे ऊंचा भाग बदरगढ़ 1176 मीटर है
  • दुर्ग सीमांत उच्च भूमि
  • धमतरी महासमुंद उच्च भूमि इसका सबसे ऊंचा भाग धारीडोंगर  है

              मुख्य विशेषताएं

  • यह क्षेत्र मुख्यता आर्कियन युग एवं कडप्पा युग की चट्टानों से बना है
  • मैदानी प्रदेश होने के कारण इस क्षेत्र का पहाड़ी क्षेत्र से अधिक तापमान होता है
  • यह क्षेत्र राज्य का औसत वर्षा वाला क्षेत्र है वही मैकल श्रेणी के निकट एक वृष्टि छाया प्रदेश भी बनता है
  • इस क्षेत्र में जलोढ़ और एवं लाल पीली मिट्टी का विस्तार है जो सामान्यतः उपजाऊ होती है
  • यहां लोहा अयस्क ,चूना पत्थर, बॉक्साइट आदि पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है
  • महानदी शिवनाथ हसदो, मांड ,जोक, पैरी, सोंढुर,अरपा,केलो,आगर ,मनियारी, लीलागर, खारून, तांदुला आदि क्षेत्र के प्रमुख नदियां हैं इस क्षेत्र की प्रमुख महानदी है इसको प्रमुख सहायक नदियों में हसदो ,मांड, शिवनाथ, बोरई,जोक, ईब, केलो ,लात ,ब्राह्मणी, सुरंगी, तेल आदि है महानदी धमतरी के निकट सिहावा पर्वत से निकलती है जो शिवरीनारायण के पास महानदी में मिल जाती है इसकी उत्तरी सहायक नदी हसदो तथा मांड आदि है
  • कवर्धा तहसील के उत्तरी भाग से नर्मदा की सहायक नदी बंजर का उद्गम हुआ है
  • यह अपेक्षित  समतल क्षेत्र है तथा यहां भूमि ढाल कम है जिससे कृषि कार्य सरल हो गया है यहां औसत नीरा बोया गया क्षेत्र कुल भूमि का 50% से अधिक है यहां कृषि अपेक्षाकृत विकसित है दो फसली क्षेत्र भी है
  • यहां मुख्य रूप से धान 60 से 80% मूंगफली और हर मकई, गेहूं ,अलसी, सरसों, तिल, गन्नाआदि ली जाती है
  • समतल कृषि योग्य क्षेत्र होने के कारण यहां वन आच्छादन अत्यंत कम है
  • कृषि एवं खनिज उत्खनन एवं इन  पर आधारित उद्योग यहां के प्रमुख व्यवसाय हैं प्रदेश के शेष क्षेत्र की तुलना में यहां क्षेत्र औद्योगिक दृष्टि से आगे हैं लौह इस्पात संयंत्र सीमेंट विद्युत उत्पादन एलमुनियम उद्योग आदि यहां के प्रमुख उद्योग हैं दुर्ग औद्योगिक दृष्टि से सर्वाधिक विकसित जिला है
  • यह क्षेत्र मुंबई हावड़ा मुख्य रेलमार्ग से सीधे जुड़ा हुआ है
  • मैदानी क्षेत्र कृषि की उपायुक्त औद्योगिक इकाइयों की स्थापना के कारण इस क्षेत्र में जनसंख्या की सघनता अधिक है साक्षरता की दर एवं नगरीकरण की दर भी प्रदेश के अन्य क्षेत्रों से अधिक है
  • इस क्षेत्र में धार्मिक पर्यटन स्थल अधिक है जैसे शिवरीनारायण, खरौद ,राजिम,सिरपुर आदि

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